नेपाल और मध्य पूर्व देशों के लोग झारखंड में पैदा अनाज खाएंगे। एपीडा से बीएयू समर्थित फारमर्स प्रोडूसर आर्गेनाईजेशन (एफपीओ) को कृषि उत्पादों के निर्यात का पंजीयन प्रमाण-पत्र मिला है। किसान मेला के अवसर पर एफपीओ के प्रबंध निदेशक को सम्मानित किया गया।
झारखंड में कार्यरत एफपीओ को एपीडा ने पहली बार कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए पंजीयन प्रमाण-पत्र दिया है। यह उपलब्धि बिरसा कृषि विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र (कटक) द्वारा समर्थित कांके स्थित 4एस4आर फारमर्स प्रोडूसर कंपनी को मिला है।
इस किसान उत्पादक संगठन के प्रबंध निदेशक राजेंद्र महतो हैं। उन्हें कृषि निर्यात क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने के लिए मेला में विधान सभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो ने सम्मानित किया।
कंपनी के निदेशक अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि अब यह कंपनी एपीडा के सहयोग से मध्य पूर्व देशों और नेपाल में झारखंड में पैदा होने वाले मिलेट फसल मडुआ (रागी), गुन्दली, ज्वार और बाजरा के उत्पादों को निर्यात करेगी।
इस कंपनी में बीएयू वैज्ञानिक डॉ बीके झा परियोजना अन्वेंषक और डॉ रंजय कुमार सिंह, डॉ एचसी लाल, डॉ विनय कुमार तथा डॉ एस जायसवाल सह परियोजना अन्वेंषक के रूप में जुड़कर मार्गदर्शन दे रहे हैं।