Kanke, Ranchi, Jharkhand

( A State Government University )

बीएयू: बिहार के किसानों का उन्नत कृषि एवं बकरीपालन पर प्रशिक्षण का समापन

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा बिहार के रोहतास एवं मधुबनी जिले के किसानों के लिए आयोजित 5 दिवसीय दो प्रशिक्षण कार्यक्रमों का समापन रविवार को हुआ। आत्मा, रोहतास के सौजन्य से बकरीपालन की उन्नत तकनीकी तथा आत्मा, मधुबनी के सौजन्य से उन्नत कृषि तकनीकी विषयक दो प्रशिक्षण कार्यक्रमों में कुल 60 किसानों ने भाग लिया। दोनों कार्यक्रमों का आयोजन बीएयू परिसर स्थित किसान भवन में किया गया।

5 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान मधुबनी जिले के 30 किसानों को उन्नत कृषि तकनीकी विषयक के तहत एकीकृत कृषि प्रणाली, प्रमुख सब्जियों, फलों एवं मक्का की वैज्ञानिक विधि से खेती, ड्रिप सिंचाई एवं पाँली हाउस तकनीकी, मधुमख्खी पालन, कृषि यंत्र, जैव उर्वरक तथा फसलों का रोग एवं कीट प्रबंधन विषयों की प्रौद्योगिकी से अवगत कराया गया। किसानों को हार्प, पलांडू में एकदिवसीय प्रक्षेत्र भ्रमण भी कराया गया। प्रशिक्षण पूर्व किसानों का मूल्यांकन एवं अपेक्षाओं की विवेचना केवीके, सिमडेगा के वैज्ञानिक डॉ बन्धनु उरांव ने किया।

किसानों को प्रशिक्षण डॉ सीएस सिंह, डॉ अब्दुल माजिद अंसारी, डॉ मिंटू जॉब, डॉ प्रमोद राय, डॉ रविन्द्र कुमार एवं डॉ एचसी लाल प्रदान किया।

5 दिवसीय दुसरे प्रशिक्षण के दौरान रोहतास जिले 30 किसानों को बकरीपालन की उन्नत तकनीकी के अधीन ग्रामीण क्षेत्रों में बकरीपालन पालन का महत्त्व, बकरी के विभिन्न उन्नत नस्ल, पोषक आहार एवं दाना मिश्रण, आवास, दैनिक कार्य एवं फार्म प्रबंधन, गर्भवती बकरी का देखभाल, मेमनों की देखभाल, प्रजनन तकनीक, प्रमुख बीमारियों की पहचान, निदान एवं टीकाकरण एवं अन्य समस्याएं और निदान विषयों की जानकारी दी गयी। किसानों को वेटनरी संकाय स्थित बकरी प्रायोगिक फार्म, मुर्गी एवं सुकर फार्म का एकदिवसीय प्रक्षेत्र भ्रमण भी कराया गया।

इस प्रशिक्षण के पूर्व किसानों का मूल्यांकन एवं अपेक्षाओं की विवेचना केवीके, सिमडेगा के वैज्ञानिक डॉ बन्धनु उराँव ने किया। किसानों को कार्यक्रम के दौरान डॉ सुशील प्रसाद, डॉ केएस रिसम, डॉ रविन्द्र कुमार, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ अंसार अहमद, डॉ नंदिनी कुमारी, डॉ निर्मला मिंज, डॉ मुकेश कुमार, डॉ निशांत पटेल, डॉ एसके रजक, डॉ सुबोध कुमार, डॉ पुनीता कुमारी ने प्रशिक्षण प्रदान किया।

रविवार को किसान भवन में आयोजित समापन समारोह में निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव ने दोनों प्रशिक्षण कार्यक्रमों के प्रतिभागी किसानों से प्रशिक्षण में मिली जानकारियों एवं अनुभवों के सबंध में जाना। उन्होंने प्रशिक्षण में मिले नवीनतम तकनीकी जानकारियों का कृषि कार्यो में सफल उपयोग करने तथा गांव के अन्य किसानों को अवगत कराने पर जोर दिया। उन्होंने सभी 60 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया और बिहार के दोनों संस्थान आत्मा, मधुबनी एवं आत्मा, रोहतास के अध्यक्ष – सह- उपयुक्त तथा  परियोजना निदेशक का आभार जताया। संचालन एवं धन्यवाद डॉ बन्धनु उराँव ने दी। दोनों कार्यक्रमों के सफल संचालन में राजेश कुमार सिंह, प्रवीण तरुण एक्का, निर्मल कुमार एवं आरएन ठाकुर ने सहयोग दिया।

सोमवार से तेलहनी, दलहनी एवं मिलेट फसल पर केवीके वैज्ञानिकों का प्रशिक्षण – सह- कार्यशाला का आयोजन

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा सोमवार से तेलहनी, दलहनी एवं मिलेट फसलों की खेती को बढ़ावा हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण – सह- कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा। इस कार्यक्रम में राज्य के सभी 24 जिलों के केवीके वरीय वैज्ञानिक, प्रधान एवं वैज्ञानिक भाग लेंगे। कार्यक्रम का आयोजन बीएयू परिसर स्थित किसान भवन में होगा।

निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव ने बताया कि कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह के निर्देश पर जिलों में स्थित कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से राज्य में तेलहनी, दलहनी एवं मिलेट फसलों की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान झारखंड राज्य में तेलहनी, दलहनी एवं मिलेट फसलों के आच्छादन, उत्पादन एवं उत्पादकता में बढ़ोतरी विषय पर भावी रणनीति एवं तकनीकी विषयों पर फसल विशेषज्ञ एवं केवीके वैज्ञानिकों से रणनीतिक चर्चा से आगामी खरीफ मौसम की रणनीति तय की जायेगी।