Kanke, Ranchi, Jharkhand

( A State Government University )

बीएयू में कल से दो दिवसीय 43 वीं खरीफ अनुसंधान परिषद् की बैठक का आयोजन

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के निदेशालय अनुसंधान द्वारा शनिवार से दो दिवसीय 43 वीं खरीफ अनुसंधान परिषद् की बैठक का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में विवि अधीन चलाये गये खरीफ, 2022 के शोध कार्यक्रमों के उपलब्धियों पर चर्चा तथा खरीफ, 2023 में चलायी जाने वाले शोध कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श एवं रणनीति तय की जायेगी।

निदेशक अनुसंधान डॉ पीके सिंह ने बताया कि बैठक के कृषि विशेषज्ञ डॉ एचएस गुप्ता, पूर्व महानिदेशक, बोरलौग इंस्टिट्यूट फॉर साउथ एशिया (बिसा) एवं पूर्व निदेशक, इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट (आईएआरआई), नई दिल्ली तथा  पशु चिकित्सा विज्ञान विशेषज्ञ डॉ वीके सक्सेना, निदेशक अनुसंधान, बिहार पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना होंगे। परिषद् की बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह करेंगे।

डॉ पीके सिंह ने बताया कि विवि के कृषि संकाय स्थित प्रेक्षागृह में आयोजित इस बैठक का उद्घाटन सत्र 20 मई (शनिवार) प्रातः दस बजे से होगा। बैठक के पहले दिन के तीन तकनीकी सत्रों में कृषि संकाय के नौ एवं जैव  प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के तीन विभागों के अध्यक्ष/विभागाध्यक्ष तथा तीन क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र–दुमका, दारीसाई (पुर्वी सिंहभूम) एवं चियांकी (पलामू) के सह-निदेशक द्वारा खरीफ, 2022 के शोध उपलब्धियों एवं खरीफ, 2023 के प्रस्तावित शोध कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जायेगी। दुसरे दिन के दो तकनीकी सत्रों में पशु चिकित्सा विज्ञान संकाय के बारह एवं वानिकी संकाय के दो विभागों के अध्यक्ष/विभागाध्यक्ष द्वारा शोध कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जायेगी। बैठक के दौरान आईसीएआर, नई दिल्ली द्वारा वित्त संपोषित एआईसीआरपी परियोजना एवं मेगा परियोजना, अन्य संस्थानों द्वारा प्रायोजित शोध परियोजना तथा राज्य योजना अधीन संचालित शोध कार्यक्रमों की गतिविधियों को परिषद् के अनुमोदनार्थ रखा जायेगा।

बैठक के पांच तकनीकी सत्रों में विवि के कुल 29 विभागों/केन्द्रों के शोध प्रस्तुति के दौरान डॉ पी महापात्रा, डॉ बीके झा, डॉ कौशल कुमार, डॉ नंदिनी कुमारी, डॉ विशाखा एवं पंकज वत्सल रेप्पोरटर होंगे।

बैठक का समापन समारोह रविवार अपराहन 5।00 बजे से होगा। इस दौरान राज्य के विभिन्न जिलों के किसान प्रतिनिधि अपने विचारों को रखेंगे। किसानों को सम्मानित किया जायेगा। इस दौरान कृषि विशेषज्ञ एवं पशु चिकित्सा विज्ञान विशेषज्ञ द्वारा अभ्युक्ति एवं सुझाव दिये जायेंगे। बैठक में अध्यक्ष द्वारा परिषद् की बैठक की अभ्युक्तियों एवं सुझावों पर चर्चा उपरांत शोध सबंधी अनुशंसाएं प्रदान की जायेगी। बैठक में विश्वविद्यालय के कृषि, वानिकी एवं पशुचिकित्सा संकाय, क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्रों एवं 16 कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक भाग लेंगे।