बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में शुक्रवार को भगवान बिरसा मुंडा की शहादत दिवस पर माल्यार्पण-सह-स्मरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने विवि के कृषि संकाय परिसर स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर बड़ी संख्या में विवि के वरीय पदाधिकारियों, शिक्षकों, वैज्ञानिकों, कर्मचारियों, आकस्मिक कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिमा पर माल्यार्पण/पुष्पांजलि भेंट कर भगवान बिरसा को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर बिरसा मुंडा के सहादत को स्मरण करते हुए कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने उन्हें जनजातीय सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग का एकलव्य, भारत का महान देशभक्त एवं नायक बताया। जिसने अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। आदिवासियों को स्वच्छता का संस्कार सिखाया, शिक्षा का महत्व समझाया, समाज में चेतना पैदा की, राजनीतिक अधिकारों के प्रति सजग किया एवं सहयोग से सरकार का रास्ता दिखाया। कुलपति ने सहादत दिवस के पुनीत अवसर पर उनके नाम से स्थापित राज्य के एक मात्र कृषि विश्वविद्यालय के नव निर्माण से राज्य को कृषि विकास में अग्रणी बनाने का संकल्प दोहराया।
मौके पर पूर्व आयुक्त, पलामू डॉ जटाशंकर चौधरी के अलावा विवि पदाधिकारियों में डॉ एमएस मल्लिक, डॉ सुशील प्रसाद, डॉ डीके शाही, डॉ पीके सिंह, डॉ एमके गुप्ता, डॉ जगरनाथ उरांव, डॉ एस कर्माकार, डॉ नरेंद्र कुदादा, ई डीके रुसिया, एचएन दास आदि भी मौजूद थे।